एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या: पत्नी, सास, साले और चाचा ससुर पर दर्ज हुआ केस
जौनपुर। एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है। इस मामले में अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज हुआ है। अतुल का शव बेंगलुरु के मंजूनाथ लेआउट में स्थित उनके फ्लैट से बरामद किया गया था, जहां वह फंदे पर लटके पाए गए थे। कमरे में 'जस्टिस इज ड्यू' (न्याय बाकी है) लिखी एक तख्ती भी मिली थी।
मीडिया से बचाव और मुकदमे की धमकी
घटना के बाद जब मीडिया की टीम अतुल के ससुराल वालों से बातचीत करने पहुंची, तो कोई भी कैमरे के सामने आने को तैयार नहीं हुआ। शहर के रूहट्टा मोहल्ले में स्थित तीन मंजिला घर में कई बार दरवाजा खटखटाने के बावजूद ससुराल पक्ष के लोगों ने कोई जवाब नहीं दिया। दूसरी मंजिल से साले अनुराग और सास निशा ने मीडिया टीम को वीडियो बनाने से मना किया और ऐसा करने पर मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी। उन्होंने कहा कि अगर कोई जानकारी चाहिए, तो कोर्ट जाइए।
साले अनुराग ने कैमरे को बंद करने के लिए कहा और आरोप लगाया कि उनकी अनुमति के बिना वीडियो बनाना अवैध है। उन्होंने कहा कि वह बिना वकील की सलाह के कोई बयान नहीं देंगे और जब तक पुलिस या कोर्ट की प्रक्रिया नहीं पूरी होती, वे मीडिया से बात नहीं करेंगे।
पड़ोसियों और वकील की प्रतिक्रिया
पड़ोसियों का कहना है कि वे पिछले दो साल से इन लोगों को जानते हैं, लेकिन निकिता सिंघानिया यहां ज्यादा समय नहीं बिताती थीं। उनकी कपड़े की दुकान है और वह वहां ज्यादा समय बिताती हैं। मामले पर निकिता के वकील विजय मिश्रा ने कहा कि निकिता ने अतुल के खिलाफ मेंटेनेंस का केस किया था। अतुल की सैलरी 84,000 रुपये प्रति माह थी, और कोर्ट ने उसे हर महीने 40,000 रुपये निकिता को देने का आदेश दिया था। वकील ने कहा कि अतुल को यह राशि अधिक लग रही थी, और उन्होंने अपनी आत्महत्या के पीछे इसे एक कारण बताया है।
अतुल सुभाष की आत्महत्या की वजह
अतुल के परिवार की शिकायत पर पुलिस ने उनकी पत्नी और ससुराल पक्ष के अन्य सदस्यों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है। परिवार का दावा है कि घरेलू तनाव और आर्थिक दबाव ने अतुल को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया। अब इस मामले में पुलिस द्वारा जांच की जा रही है, और आगे की कार्रवाई कोर्ट में तय होगी।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए निकिता के वकील ने कहा कि आत्महत्या के पीछे की वास्तविक वजहें और तथ्य सामने आने पर ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकेगा।
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