बेंगलुरु इंजीनियर आत्महत्या मामला: विवादों के बीच परिवार की प्रतिक्रिया, जौनपुर पुलिस ने संभाली सुरक्षा
बेंगलुरु इंजीनियर आत्महत्या मामला: विवादों के बीच परिवार की प्रतिक्रिया, जौनपुर पुलिस ने संभाली सुरक्षा
जौनपुर। एआई इंजीनियर अतुल सुभाष आत्महत्या कांड को लेकर पूरे दिन माहौल गर्म रहा । मीडिया आरोपी परिवार का पक्ष लेने के लिए मीडियाकर्मी पहुंचे तो आरोपी ने पत्रकारों के ऊपर ही भड़क उठे। दोपहर बाद इस मामले के चौथे आरोपी लड़की के बड़े पिता सुशील सिंघानिया ने पहली बार मीडिया से बात करते हुए आपने आपको निर्दोष बताया साथ ही उन्होंने ने कहा कि ना मैं ना ही मेरे परिवार का कोई सदस्य घटना स्थल पर मौजूद नही था । पिछले तीन वर्षों से कोर्ट में मुकदमा चल रहा है अतुल सुभाष ने जो भी मारने से पूर्व में जो वीडियो वायरल किया है उसके सारे आरोपो का जवाब शीघ्र ही मेरी भतीजी यानी अतुल की पत्नी निकिता मीडिया के सामने देगी।
उधर सुरक्षा की दृष्टिकोण से आरोपी के घर पर पुलिस कड़ी नजर बनाए हुए है, परिवार के घर पर जौनपुर पुलिस पहुँची पुलिस पहुचने से हड़कंप मच गया। शहर कोतवाल मिथिलेश मिश्रा ने बताया कि एसपी साहब के आदेश पर हम लोग सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिकोण से आये है। उन्होंने बताया कि बेंगलुरु पुलिस की यहाँ आने की हम लोगो को कोई सूचना नही है।
अतुल सुभाष के अधिवक्ता दिनेश मिश्रा ने बताया कि पति का पत्नी का विवाद परिवारिक न्यायालय में चला था कोर्ट ने बेटे के भरण पोषण के लिए 40 हजार रुपये प्रति माह देने का आदेश किया था। पत्नी खुद एक कम्पनी में जॉब करती है इस लिए उसे गुजारा भत्ता नही देने का आदेश हुआ । अतुल को लग रहा था यह उसके खिलाफ नाइंसाफी हुई है उसे हाईकोर्ट में जाना चाहिए था लेकिन उसने आत्महत्या कर लिया । आत्महत्या के पीछे कोर्ट की कोई गलती नही है।
मालूम हो कि दीवानी न्यायालय में चल रहे विचाराधीन वैवाहिक मुकदमों को लेकर बेंगलुरु के इंजीनियर ने सोमवार की रात्रि में आत्महत्या कर लिया। इससे पहले उसने अपना 24 पन्ने का सुसाइड नोट लिखा व करीब 1 घंटे का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करके वायरल कर दिया। वीडियो वायरल में उसने अपनी पत्नी व उसके मायके वालों, विचाराधीन चल रहे कोर्ट के न्यायिक अधिकारी पर भी गंभीर आरोप लगाए।
रिपोर्ट के अनुसार वहां की पुलिस ने दावा किया है कि इंजीनियर अतुल सुभाष डिप्रेशन में था। सुसाइड के दौरान उसके शरीर पर जो शर्ट पहना था उसपर एक पन्ना चिपका था जिस पर लिखा था ''''जस्टिस इज ड्यू''''। उसकी पत्नी निकिता सिंघानिया ने दीवानी न्यायालय में उसके खिलाफ कुल चार मुकदमें किए थे जिसमें भरण पोषण, दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा व तलाक के मुकदमे दायर किए हैं जो विचाराधीन हैं।
कोतवाली रुहट्टा निवासी निकिता सिंघानिया व उसके नाबालिग पुत्र व्योम सिंघानिया ने पति अतुल सुभाष मोदी निवासी बेंगलुरु के विरुद्ध दीवानी न्यायालय में भरण पोषण का मुकदमा दाखिल किया कि 26 जून 2019 को उसकी शादी अतुल मोदी से हुई थी। विवाह के बाद से ही ससुराल के लोग 10 लाख रुपये दहेज की मांग को लेकर उसे प्रताड़ित करते थे। इस सदमे में उसके पिता की मृत्यु हो गई। परिवार वालों को समझाने पर विपक्षी उसे बेंगलुरु ले गया, 20 फरवरी 2020 को विपक्षी से उसे एक पुत्र व्योम पैदा हुआ किंतु विपक्षी की प्रताड़ना जारी रही। 17 मई 2021 को उसे मारपीट के घर से निकाल दिया तब से वह अपने बच्चे के साथ मायके में रह रही है। अतुल मोदी आप्टम ग्लोबल सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड बेंगलुरु में एक कंपनी में इंजीनियर है। वह सलाना 40 लाख रुपये वेतन पाता है। निकिता ने अपने और अपने पुत्र के लिए दो लाख रुपये भरण पोषण की मांग कोर्ट में किया था। वादिनी स्वयं जॉब करके 78 हजार 245 रुपए वेतन पाती थी। कोर्ट ने 29 जुलाई 2024 को पत्नी के संबंध में भरण पोषण का प्रार्थना पत्र निरस्त कर दिया। और विपक्षी पति अतुल को आदेश दिया कि वह बच्चे को 40 हजार रुपये प्रतिमाह उसके वयस्क होने तक भरण पोषण अदा करे। इसके अलावा दहेज उत्पीड़न के मुकदमे में भी अतुल सुभाष मोदी ने कोर्ट में हाजिर होकर जमानत कराया था। घरेलू हिंसा का भी मुकदमा चल रहा है। अगली सुनवाई के लिए तिथि नियत है। इस बीच अतुल ने सुसाइड करके आत्महत्या कर लिया। अतुल के अधिवक्ता ने बताया कि दौरान मुकदमा किसी प्रकार के भ्रष्टाचार की बात प्रकाश में नहीं आई। सामान्य तरीके से मुकदमा चला और कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनकर उचित आदेश पारित किया था।
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